Smt. Droupadi Murmu के नेतृत्व में सरकार ने रविवार को NITI (National Institution for Transforming India) Aayog के पूर्व उपाध्यक्ष और कोलंबिया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर Sh. Arvind Panagariya को सोलहवें वित्त आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया, जो अप्रैल 2026 से शुरू होने वाली पांच साल की अवधि के लिए केंद्र और राज्यों के बीच कर राजस्व साझा करने के फॉर्मूले की सिफारिश करेगा। अक्टूबर 2025 तक वित्त आयोग को अपनी सिफारिशें प्रस्तुत करने की समय-सीमा दी गई है, ताकि उन्हें 2026-27 के बजट अभ्यास में शामिल किया जा सके। वित्त आयोग को आमतौर पर राज्यों और केंद्र में हितधारकों से परामर्श करने और उनके निष्कर्ष पर पहुंचने में लगभग दो साल लगते हैं।
बात करे हमारे नए वित्त आयोग अध्यक्ष की तो Sh. Panagariya एक व्यापार अर्थशास्त्री हैं, जिन्होंने 2015 से 2017 तक नीति आयोग के पहले उपाध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला था। निति आयोग ही वह योजना है जिसने पूर्ववर्ती योजना आयोग का स्थान लिया था। Arvind Panagariya का जन्म 1952 में Baloo Lal Panagariya के बेटे के रूप में हुआ था, जो एक छोटे शहर से जयपुर चले गए जहां उन्होंने एक स्थानीय समाचार पत्र Lokvani का संपादन करना शुरू किया। Panagariya यह नाम राजस्थान के नागौर जिले के पूर्व में एक गांव Panagarh से लिया गया है। उनके पिता ने कई किताबें लिखीं, जिनमें राजस्थान के स्वतंत्रता आंदोलन पर ‘राजस्थान- मैं स्वतंत्रता संग्राम’ शीर्षक से लिखी गई निर्णायक कृति भी शामिल है। उनका जन्म राजस्थान के ओसवाल जैन समुदाय में हुआ था। Arvind Panagariya जी की धरम-पत्नी का नाम Smt. Amita है और उनके दो पुत्र है, पहले पुत्र का नाम Ananth Hirsh है जो एक हास्य पुस्तक लेखक है और दूसरे पुत्र का नाम है Ajay जो एक प्रौद्योगिकीविद् और उद्यमी है। गौर करने वाली बात ये भी है की Sh. Panagariya जाने-माने न्यूरोलॉजिस्ट और मेडिकल शोधकर्ता Dr. Ashok Panagariya के भाई है।
वैसे तो Sh. Panagariya जी के नाम बहुत सारी विदेशी उपलभ्दीया है परन्तु राष्ट्रीय स्तर पर भी उनका परचम काफी बुलंद है। अर्थशास्त्र और सार्वजनिक नीति के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें 2012 में भारत के राष्ट्रपति द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। 5 जनवरी 2015 को, उन्हें National Institution for Transforming India (NITI) Aayog का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया और सितंबर 2015 में, उन्हें G20 बैठक में वार्ता के लिए “भारत के शेरपा” के रूप में नियुक्त किया गया था। यहाँ तक की प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भी नीति निर्माण में उनके योगदान को ‘चमत्कारी’ बताया है।
ऐसे बहुगुणी व्यक्तित्व को देश की युवा पीड़ी उनके नए ज़िम्मेदारियों और सुखद जीवन के लिए बहुत सारी शुभकामनाये व्यक्त करती है। ऐसे ही ताज़ा खबरे पढ़ने के लिए जुड़े रहे https://www.khabar-adda.com से।